कन्नड़ सिनेमा के सुपरस्टार पुनीत राजकुमार, आज से ठीक एक साल पहले यानि 29 अक्टूबर, 2021 को, जिनके असामयिक निधन ने उनके असंख्य प्रशंसकों और सिनेप्रेमियों को सकते में डाल दिया था, इंसानियत की एक शानदार मिसाल कायम करने के लिए भी हमेशा याद रखे जाएंगे.
वह न केवल एक बेहतरीन अभिनेता थे बल्कि एक दयालु और परोपकारी इंसान भी थे जो अपनी विनम्रता के लिए जाने जाते थे. पर्दे के बाहर अपने असल जीवन में भी पुनीत ने अनेक सामाजिक कार्यों में योगदान दिया विभिन्न लोककल्याण कार्यक्रमों के लिए हमेशा दिलखोलकर दान दिया. वह मैसूर में शक्ति धाम आश्रम में अपनी मां के साथ परोपकारी कार्यों में शामिल थे और उन्होंने बेंगलुरु प्रीमियर फुटबॉल टीम की स्थापना की.
पुनीत राजकुमार ने COVID-19 के बारे में जागरूकता फैलाने और पैसे दान कर बीमारी के खिलाफ देश की लड़ाई में भी योगदान दिया. उन्होंने अपने गृह राज्य कर्नाटक को COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए सीएम राहत कोष में 5 मिलियन डॉलर से अधिक का दान दिया था. इसके अलावा 2019 में ही जब राज्य का उत्तरी भाग भीषण बाढ़ से जूझ रहा था, तब भी पुनीत ने सीएम प्राकृतिक आपदा राहत कोष में दान दिया था. वह 26 अनाथालयों, मुफ्त स्कूलों और 16 वृद्धाश्रमों से जुड़े थे और कन्नड़ माध्यम के स्कूलों का भी हिस्सा व हमेशा लड़कियों की शिक्षा के महत्व पर जोर देते रहे.
उनका यह परोपकार उनकी मृत्यु के बाद भी जारी रहा. जब उनकी आंखें भी दान कर दी गईं.